अब तक गुजारनी थी जो गुजार दी अब जो भी है जैसी भी है जिन्दगी जीनी है तुम्हारे साथ ! इक कढाई में अकेले हलवा बनाकर खाते रहे अब तक अब मुझे खीर भी खानी है तो तुम्हारे साथ ! सिर्फ़ पानी वाली दाल सा रहा जीवन अब तक अब बाटी व चूरमा का साथ भी चाहिए तो तुम्हारे साथ ! बडा बेस्वाद सा जीवन हो गया है मेरा आओ तो थोड़ा नमक व गरम मसाला भी ले आना तुम्हारे साथ !! तुम्हारे साथ #tumharesath #collab #yqbhaijan #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Bhaijan #yqdidi #yqbaba