कितने देखती हो ख्वाब, कितने हो गई हो खराब, तुम्हारे तलब में, मैं पागल हो जाऊं, हाय !! तुम हो गई हो शराब, किस उम्र में मेरा दिल टूटा, किस उम्र में तुमसे बात कटी, किसी फटी सी डायरी में, यार तुम मेरा हिसाब रखा करो, दिल कब मेरा राख हुआ, मुहब्बत में कब आग लगी, कुछ रद्दी रसीदों में यार तुम मेरा हिसाब रखा करो, सदानन्द कुमार ©Sadanand Kumar #Nojotoimageprompt #threewords #Life #Life_experience #nojotonews #Trending #septembercreators #AzaadKalakaar MiShRaपन By अब्र Nimble Limner (Jasmine Sun)