आज टीवी सबका सबसे ख़ास हो गया है घर का सत्यानाश हो गया है आज हर घर की कहानी टीवी सीरियल सा हो गया है दिन हो या रात, घर के महिला बच्चे या बुढे रिमोट के लिये,करते हैं झगडे देखना सभी को अपना प्रिये कार्येक्रम घर का माहौल भी,हो गया बाजार सा ये टीवी वाले भी क्या गजब ढाते है एक तरफ संस्कार का पाठ पढ़ते है तो दुसरी तरफ सास बहू को खुद ही लड़वाते है टीवी पर अधिकतर कार्येक्रम महिलाओं के आते है टीवी पर आते है ऐसे कार्येक्रम नामुकिन है टीवी देखना घर परिवार के संग भूल गऐ बच्चे अब खेल का मैदान हाथो में मोबाइल नही तो टीवी आज टीवी सबका सबसे ख़ास हो गया है घर का सत्यानाश हो गया है एक वक़्त था, जब शनिवार इतवार की रात को इंतजार टीवी पर सीरियल सिनेमा का होता था उस इंतजार में खास मजा था,अब कहा .... माँ अब बच्चों को संस्कार भी संस्कार चैनल दिखा कर देती हैं हर सीरियल के किरदार लगने लगे है उन्हें सच्चे इसलिये हर रिश्ता हो गए कच्चे अब वक्त कहाँ किसी के पास दो चार बातें करें अपनो के साथ हर कोई रहता तनावग्रस्त हो गये है सब रोगों से ग्रस्त पहले उम्र होते थे 90,95 अब सिमट गई है 50,60 पर अब घर में कुछ हो न हो टीवी होना है जरूरी आज टीवी सबका सबसे ख़ास हो गया है घर का सत्यानाश हो गया है ...। -- मिथिलेश शर्मा #NojotoQuote आज टीवी सबका सबसे ख़ास हो गया है घर का सत्यानाश हो गया है आज हर घर की कहानी टीवी सीरियल सा हो गया है दिन हो या रात, घर के महिला बच्चे या बुढे रिमोट के लिये,करते हैं झगडे देखना सभी को अपना प्रिये कार्येक्रम