हम अपनी जान के दुश्मन को अपनी जान कहते हैं । मुहब्बत की इसी मिट्टी को हिन्दुस्तान कहते हैं ।। मुल्क के लिए गर कलम हो जाएँ शर हमारा । बस इसी को हम अपनी शान कहते हैं ।। मेराज i love my country