थोड़ा सा ख़याल, .... और इतनी सारी खुशी जब यूँ ही मिल जाती है तो इस 'यूँ ही' को हम क्यूँ उलझा देते हैं 'अहम' और 'वहम' के भारी - भारी भँवर में!! #इत्ती सारी खुशी #. 01.04.20