वो चाँदनी सा बदन ख़ुशबुओं का साया है, बहुत अज़ीज़ हमें है मगर पराया है। उतर भी आओ बस अब असमां के सीने से, तुम्हें खुदा ने हमारे लिए बनाया है। ©The blankdotts वो चाँदनी सा बदन ख़ुशबुओं का साया है, बहुत अज़ीज़ हमें है मगर पराया है। उतर भी आओ बस अब असमां के सीने से, तुम्हें खुदा ने हमारे लिए बनाया है। #azadlove