प्रेम में ना ही बंधन होई, यह तो जैसे आकाश अनंत, जैसे कोई भक्त और भगवान नीलकंठ, या फूल पलाश और मौसम बसंत। चाहे यशोदा हो या राधा, क्या अंतर पड़ता, माखन तो प्रेम से ही बिलोई। प्यार की सीमा न कोई यह जैसे आकाश अनंत। #प्यारकीसीमा #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi