Nojoto: Largest Storytelling Platform

अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो बढ़ता ही जाये ये

अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो
बढ़ता ही जाये ये तो मुसल्सल शिफ़ा न हो
बाग़ों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही
मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो

©Rahul Das
  #lightpole rahul das
rahuldas8960

Rahul Das

New Creator

#lightpole rahul das #loveshayari

81 Views