हमारे हिस्से की ज़िन्दगी वो जिसमे न कोई उमंग न कोई उत्साह है, दूर तलक है बंजर जमीं सी दिल का हाल कर रहा यही बयां है, दूर से जो हम बेटियाँ हँसती खिलखिलाती नजर आती है,सहती कितनी दुर्व्यवहारी है ये बेटी की ज़िन्दगी जीना इतना आसान नहीं होता, जितना लिखावट में प्रदर्शित किया जाता है,आज के युग में भी हम बेटियों को बोझ ही समझा जाता है,अनगिनत रिवाजों के तले अंकुश आज भी लगाया जाता है, क्या हम बेटियों की यही है ज़िन्दगी..? जो लिखावट में जागरूकता का भंडार और हकीक़त में उससे परे ही रखा जाता है..! हमारे हिस्से की ज़िन्दगी वो... #हमारेहिस्सेकीज़िन्दगी #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #tarunasharma0004 #hindipoetry #trendingquotes