कितनी अजियत में उड़ी होंगी रूहे आसमान में, जो किसी की जान थे तो किसी का जहान थे.. ©Sarfaraj idrishi #BlownWish कितनी अजियत में उड़ी होंगी रूहे आसमान में, जो किसी की जान थे तो किसी का जहान थे.. आलोक जी