किसी के इक किसी के दो,किसी के तीन राखी से। कलाई आज शोभित है, सभी रंगीन राखी से। किसी भी चीज का हरदम, नहीं जो शौक रखते थे- अचानक हो गए देखो, वही शौकीन राखी से। #राखी #विश्वासी