आज जब वोह हवाए बोहत ठंधी थी और मुझे वोह ठंडक कलेज्ञे मै नही दिल तक मैह्सुस हो रह थी और फिर उन्न हवयो का एक बडा सा झोका आया और कहा के ये मुस्कुर्ने के वाजह क्या है मैने एक गहरी सास लेकर कहा मुझे प्यार हो गया है आब उन्न हववो का बहाव और भी बैड गया और आब वोह मुझसे पचता है और तुझे कैसे पता के ये प्यार है आब मै हस्ने लगा और मैने कहा प्यार को परखा नही जासकता मगर पाया जासकता है जब तुम्हारे वोह दिल के दरवाजो मै वोह मीठी से खोस्बू का स्वर मैह्सुस होता है जब एक शीतल से हवा का मेहसूस रेगेस्तं के गर्मी मै होता जब दिमाग चुटी मन्नने नेकले और दिल को सम्भालन पढे सब कुच तोह वोह प्यार मन्लो : Vickram behera How do you know that we Thy art in love