गई रात आंखो को नींद का पहरा न मिला, सायद कोई स्वप्न सुनहरा न मिला। कोई आर्जू थी जो टूट कर बिखर गई होगी, या कोई बिछड़ा याद बहुत आया होगा .... ~Ashu #yaar_ki_yaad