टूटा दिल Day 04 बोला नहीं कुछ पर सब कुछ कह गया, दुनिया ने किए सितम सब हंसते- हंसते सह गया, बहुत इंतजार के बाद आज तुम आए हो , अकेले आते तो कुछ नहीं कहता , ये टूटा दिल हे, अब दूसरे का वजन नहीं सहता। Mera ek tarfa pyat hi kafi hai.