सब शिल्पी होता है सबके मन मे निर्माण का गुण होता है अपने हुनर से जिसे ज़मीन पर उतार देता है किसी के निर्माण से मानवता मरती है तो किसी के निर्माण से कोई जी उठता है जिसके निर्माण से जी उठे इंसानियत, बस उसी का जयजयकार होता है । जिंदगी को जो आसान कर दे आसमान को मकान कर दे अभाव में किसी का दिन ना गुजरे राह सभी मुक़ाम कर दे शोले भी तुहीन बन जाये सबको जीने का मुहिम बन जाये ईश्वर जिससे ना रूठे बस वही अविष्कार होता है । गरीबों की पेट भर जाए आँखों की आँसू रुक जाए प्रकृति को साथ लिए सृष्टि का कल्याण हो जाये जिसके हाथों ऐसा निर्माण होता है बस वही असली शिल्पकार होता है बस वही एकमात्र शिल्पकार होता है ।।