ख़ामोशियाँ उतर आई हैं मेरी हर एक शाम के साथ! तन्हाईयाँ आरज़ी हैं या दायमी ये तो ख़ुदा जाने। #collabwithकोराकाग़ज़ #आरज़ी #कोराकाग़ज़