Nojoto: Largest Storytelling Platform

थोड़ा पास आओ ओर समेट लो मुझे बिखर सी गई हूं खुद क

थोड़ा पास आओ ओर समेट लो मुझे 
बिखर सी गई हूं खुद को मनाते मनाते 

आजकल खामोशियां भी सवाल करती है 
क्यू इतनी खामोश रहती हो ,!!!

रोती हूं तो काजल संभाल लेती हूं 
मुस्कराते वक्त आंसू दबा लेती हूं 
बोलते वक्त लबों पर लगाम देती हूं 
हर पल एक नया इम्तेहान देती हूं

©neha lawaniya #Dark #Life_experience #Love ##zindhgi

#Dark
थोड़ा पास आओ ओर समेट लो मुझे 
बिखर सी गई हूं खुद को मनाते मनाते 

आजकल खामोशियां भी सवाल करती है 
क्यू इतनी खामोश रहती हो ,!!!

रोती हूं तो काजल संभाल लेती हूं 
मुस्कराते वक्त आंसू दबा लेती हूं 
बोलते वक्त लबों पर लगाम देती हूं 
हर पल एक नया इम्तेहान देती हूं

©neha lawaniya #Dark #Life_experience #Love ##zindhgi

#Dark
neha6478176948060

NEHA SHARMA

Growing Creator