दिन परेशां है, रात भारी है ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है क्या तमाशा है, कब से जारी है क्या तमाशा है, कब से जारी है ज़िन्दगी है के, फिर भी प्यारी है .......💐💐💐 गर्दिश-ए-दौरा = ज़माने का चक्कर बे-रिया = दिल का साफ़ दिल-ए-ज़ार = रोता हुआ दिल #yqbaba #yqdidi #dil #jmana #ruvadhana #YourQuoteAndMine Collaborating with Ruv Adhana