तेरी यादों ने जब सोने न दिया ख्यालों से निकलकर तेरे दर पर सनम चले आए हैं। रूबरू मिलने की ख्वाहिश थी हमारी, दिल न माना तो बस तुम्हें देखने चले आए हैं। तेरे प्यार को छुपा कर रखा है हमने दिल में दुनिया से बस तुम को जताने आए हैं, चाहते हैं तुमको, मुझ पर बस तुम्हारा ही हक है यह बात बस तुमको बताने आए हैं। तुझको पुकारा दिल ने न जाने कितनी बार तू ना आया तो हम तेरे पास चले आए हैं, मिटाकर सारे शिकवे गिले भुलाकर मजहब तुझको अपनी जिंदगी बनाने चले आए हैं। ♥️ Challenge-505 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ इस विषय को अपने शब्दों से सजाइए। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।