एक बार और उलझना है तुमसे 🇮🇳"अब नहीं सहेंगे"🇮🇳 अब तक बहुत सहा,अब नहीं सहेंगे। भारत माँ के आँचल पर, एक भी दाग ना लगने देंगे। जो डालेगा बुरी नजर, उसकी आंखें हम नोंच लेंगे। इसकी रक्षा की खातिर, अपने प्राण न्योछावर कर देंगे। परिस्थिति भले कैसी भी हों, हम नहीं डरेंगे। अब कोई कुछ भी कहेगा तो, मुँहतोड़ जवाब हम देंगे। मैदान चाहे कैसा भी हो, हर बार की तरह जीतकर हम दिखाएंगे। अब तक बहुत सहा,अब नहीं सहेंगे, भारत माँ के आँचल पर, एक भी दाग ना लगने देंगे। #अनूप_बसर #कविता #रचना #