तेरे बिन ज़िंदगी जैसे एक इम्तिहान है तेरे बिन ज़िंदगी मेरी वीरान है अस्बाब क्या है और तेरे बग़ैर जीने का तू ही इब्तिदा, और तू ही पूरा जहान है ©Bhupendra Rawat #Affection तेरे बिन ज़िंदगी जैसे एक इम्तिहान है तेरे बिन ज़िंदगी मेरी वीरान है अस्बाब क्या है और तेरे बग़ैर जीने का तू ही इब्तिदा, और तू ही पूरा जहान है