दोहा.. कल करे सौ आज कर आज करे सौ अब पल में परलय होयगी बहुरि करेगा कब करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान रसरी आवत जात ते सिल पर परत निशान बड़ा हुआ तो क्या हुआ जैसे पेड़ खजूर पंथी को छाया नही फल लागे अति दूर ©Sharma ji #दोहा_अभ्यास