उसने कहा - क्यूँ खोए-खोए रहते हो, बस जगते-सोए रहते हो क्या ऊबते नहीं इस आदत से, जो चुप-चुप तकते रहते हो। मैंने कहा - ये आदत ही बन जाती है, बस गुमशुदगी रह जाती है कुछ यादें मैं कर लूँ भी अगर, बस यादें ही रह जाती हैं। Used to be a lover..... Experienced bad..... Let it be Who cares! Just guide me here dear friends.....