ख्वाबों के तिनके बिखरने लगे हैं जो अब ना मिल पाएंगे सबसे यूं ख्यालों से ही जो बिछड़ने लगे हैं ये जरिया था सबसे मुकालतों का अब सोंच कर ही बिखरने लगे हैं किसी का मिलना इत्तेफाक ही था और किसी का किस्मत में लिखा खुदा कसम यहीं से संवरने लगे हैं मिलना अब कैसे होगा फिर से जाने जो जेहन में बस गए उतरने लगे हैं YQ is shutting down from 1 December Don't know how to react but it's really painful How to say good bye to all lovely friend's and people Here हमारे #rzhindi