तुम्हारा जाना और फिर मेरा ना होकर आने पर भी, आज भी सब कुछ वही और भी बेहतरीन है तेरे अलावा किसी का रुख नहीं बदला नहीं मेरा नहीं इन हवाओं के घूमने का अंदाज बस मेरी आंखें सजना भूल गई है Teri Aankhen