पृथ्वी को केवल सार्थक लोगों की आवश्यकता है और प्रकृति ने भी हमें किसी अर्थ से बनाया है। परंतु हम वह भूल गए, और अपना जीवन व्यर्थ करने लगे। प्रकृति के जीवन देने का अर्थ हम भूल गए भूल गए। ॥अशोक॥ ॥ॐ॥ #प्रकृति_दिवस #nature #environment_day