ख्वाबों की नगरी में, एक मकान ऐसा भी हो। जहाँ ईट मेहनत की, और छत बरकत की हो। रहवासी एक दूसरे से निस्वार्थ प्रेम करे, दुर्विचार चित में आने से डरे। OPEN FOR COLLAB✨#ATख्वाबोंकीनगरी • A Challenge by Aesthetic Thoughts! ♥️ इस खूबसूरत चित्र को अपने प्यारे शब्दों से सजाएं|✨ Transliteration: Khwaabon ki nagri mei (In the city of dreams)