ज़िंदगी की कहानी सुनो तुम! धड़कनों की जुबानी उतार चढ़ाव की ये कहानी राहें टेढ़ी मेढ़ी ही ठीक होती छोटी सीधी राह लाती है परेशानी कभी पहाड़ सी होगी कभी पानी सदा नहीं होती हरी भरी मैदानी जिस दिन चलना छोड़ा उसी वक़्त समझो ठहर गई ज़िंदगानी एकमुश्त ठहराव किसी भी चीज़ का ठीक नहीं हर चीज़ है आनी जानी समझ लो ये दुनिया है फानी यही ज़िंदगी की कहानी! नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzcinemagraph पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳