दुआ-ए-जिंदगी यही किए जा रहे हैं, आख़री लम्हें जिंदगी के बिन भय के जीने हैं, मोत सामने होने का गम ना करू, फ़रियाद बस इतनी सी दिल किए जा रहे हैं, "कि वाह क्या जिन्दगी थी" आखरी लफ्ज़ मरते समय-समय बस इतने से जुबान पर हो, दुआ-ए-जिंदगी यही किए जा रहे हैं, कि आखरी समय कब हो इस फिक्र से अनजान जिए जा रहे हैं, © Anushka sharma 🌹 🌹 #Wish #life #be_safe