कहाँ पानी रुका करते हैं कश्ती को खुद ही किनारे जाना पड़ता है तू क्या इतराता है इंसान होने पर श्मशान तक के सफ़र में दूसरों के कंधे के सहारे जाना पड़ता है ©Neeraj Sharma #Shamshan #paani #kinara #kashti #Kismat