*बड़े* परिवार में या ऑफिस में कुछ बड़े कुर्सी छाप होते हैं जो अपनी नाक लगाए घूमते हैं जरा-जरा सी बात पर अपने से छोटों पर फटकार लगाते रहते हैं , ऐसे बड़ों को केवल औपचारिकता वाला सम्मान ही मिलता है ऐसे बड़े अधिकांश अकेलेपन का शिकार हो जाते हैं क्योंकि अपने मन का हाल छोटों से बयाँ ही नहीं कर पाते ,ठसकीले जो होते हैं , इसलिए दुखी भी रहते हैं ।और कुछ बड़े दिलदार होते हैं छोटों से जल्दी घुल-मिल जाते हैं ,वो आशीष भी देते हैं ,मुश्किल में साथ भी देते हैं,हिम्मत भी बढ़ाते हैं लेकिन कभी बड़े होने की धौंस नहीं जमाते छोटों पर , ऐसे बड़ों को सम्मान भी दिल से मिलता है और इनकी फिक्र भी लोग दिल से करते हैं ,इनको अपने छोटों से आदर और प्यार भरपूर मिलता है इसीलिए ये दीर्घायु ,हँसमुख , जिंदादिल , मिलनसार होते हैं । और सुखी जीवन व्यतीत करते हैं लेखिका/कवयित्री-प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान © सागर मध्यप्रदेश ( 01 जुलाई 2022 ) ©Pratibha Dwivedi urf muskan #बड़े #सीनियर #प्रतिभा #प्रतिभाउवाच #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कान© #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कानकीकलमसे #नोजोटोराइटर्स #Mdh कनिष्का Ayushi Agrawal Sonika Pal