Nojoto: Largest Storytelling Platform

* अर्थ बड़े गहरे हैं* * ( एक एक पंक्ति को ध्यान से

* अर्थ बड़े गहरे हैं* * ( एक एक पंक्ति को ध्यान से पढ़ें) *

*मैंने.. हर रोज .. जमाने को .. रंग बदलते देखा है. * उम्र के साथ.. जिंदगी को ढंग बदलते देखा है.. !!!*

*वो .. जो चलते थे .. तो शेर के चलने का.. होता था गुमान.. *!!! * उनको भी.. पाँव उठाने के लिए.. सहारे को तरसते देखा है !!!*

*जिनकी .. नजरों की .. चमक देख.. सहम जाते थे लोग..*!!!

* उन्ही .. नजरों को .. बरसात.. की तरह. • बरसते देखा है .. !!! *

~~

*जिनके .. हाथों के.. जरा से .. इशारे से .. पत्थर भी कांप उठते थे..*!!!

* उन्ही .. हाथों को .. पत्तों की तरह.. थर थर काँपते देखा है .. !!!*

*जिन आवाज़ो से कभी.. बिजली के कड़कने का.. होता था भ्रम .. *!!! * उन.. होठों पर भी .. मजबूर.. चुप्पियों का ताला .. लगा देखा है .. !!!*

* ये जवानी.. ये ताकत.. ये दौलत ~~ सब कुदरत की.. इनायत है .. * !!! * इनके .. जाते ही .. इंसान को. • बेजान हुआ देखा है... !!!* NN

* अपने.. आज पर.. इतना ना.. इतराना ~~ मेरे .. यारों .. *!!! *वक्त की धारा में.. अच्छे अच्छों को मजबूर होता देखा है.. !!!* ~~

* अगर कर सको.. तो किसी को खुश करो... दुःख देते ... हुए.... तो हजारों को

देखा है ।।। *

©Dilip Kumar #गहरे रिश्ते जिंदगी का

#friends
* अर्थ बड़े गहरे हैं* * ( एक एक पंक्ति को ध्यान से पढ़ें) *

*मैंने.. हर रोज .. जमाने को .. रंग बदलते देखा है. * उम्र के साथ.. जिंदगी को ढंग बदलते देखा है.. !!!*

*वो .. जो चलते थे .. तो शेर के चलने का.. होता था गुमान.. *!!! * उनको भी.. पाँव उठाने के लिए.. सहारे को तरसते देखा है !!!*

*जिनकी .. नजरों की .. चमक देख.. सहम जाते थे लोग..*!!!

* उन्ही .. नजरों को .. बरसात.. की तरह. • बरसते देखा है .. !!! *

~~

*जिनके .. हाथों के.. जरा से .. इशारे से .. पत्थर भी कांप उठते थे..*!!!

* उन्ही .. हाथों को .. पत्तों की तरह.. थर थर काँपते देखा है .. !!!*

*जिन आवाज़ो से कभी.. बिजली के कड़कने का.. होता था भ्रम .. *!!! * उन.. होठों पर भी .. मजबूर.. चुप्पियों का ताला .. लगा देखा है .. !!!*

* ये जवानी.. ये ताकत.. ये दौलत ~~ सब कुदरत की.. इनायत है .. * !!! * इनके .. जाते ही .. इंसान को. • बेजान हुआ देखा है... !!!* NN

* अपने.. आज पर.. इतना ना.. इतराना ~~ मेरे .. यारों .. *!!! *वक्त की धारा में.. अच्छे अच्छों को मजबूर होता देखा है.. !!!* ~~

* अगर कर सको.. तो किसी को खुश करो... दुःख देते ... हुए.... तो हजारों को

देखा है ।।। *

©Dilip Kumar #गहरे रिश्ते जिंदगी का

#friends
dilipkumar1036

Dilip Kumar

New Creator