मचलती नदी सी तुम, ना जाने कहां जाकर मिलोगी। मैं शांत समन्दर सा ठहरा हुआ हूँ, शायद मुलाकात होगी। #BeintehaMohabbat #SamandarMai #KinaraTu #HumaKhan #DeepshikhaGautam