जो व्यक्ति व्यक्तित्व को पहचान सकता है इंसान को सिर्फ इंसान और इंसान से अधिक या कहें जाय तो उससे उपर (बड़ा)नहीं देखता है इसी गुण के कारण वो फुटपाथ में रहने वाले लोगों में और देश के नामी गिरामी लोग हैं उनमें कोई अंतर नहीं देखता , दोनों को समान नजरों से समान भावनाओं से देखता है,वह व्यक्ति इंसानियत हासिल करने वालो में आगे होता है और इंसान बनने में भी , जिसके लिए कोई जाति धर्म मायने नहीं रखता महान दार्शनिको से प्रभावित एक सीख "डेविड" #Vo_Call मैं ने जैसे एक महान चरित्र को समझा है जिससे मै प्रेरित हुआ हू