गुरुकुल प्रस्थान राम सहित चारों भाई, गुरु वशिष्ठ के धाम गए कठिन शस्त्र और शास्त्र कला को ,कुछ दिन में ही सीख लिए। छवी मनोहर, शांत भाव,और सभी गुणों के खान है बल्या रूप से यौवन तक, अब पहुंच गए भगवान हैं। गुरु वशिष्ठ एक संदेशा, जब दशरथ के पास गया हर्ष हुआ सबके चेहरों पर, आज अवधी अब पूर्ण हुआ। कौशल्या कैकई सुमित्रा,सब आपस में बात करें छोटे थे जब गए यहां से, अब कैसे दिखते होंगे। अवधी पूर्ण हुई एक बार फिर, राम अयोध्या धाम आए खबर सुनी जब दशरथ जी ने, भाव मुग्ध होकर पहुंचे। gurukul prashthan