हम दूर हैं तुमसे इसलिए एहसास हैं तुम्हें ; वर्ना हमारी नजदीकियों से हमेशा एतराज है तुम्हे ! ख्वाबों में मुकम्मल किया है तुम्हें ; अब हकीकतों से क्या फसाना ? करवा तोह रूह_ए_एहसास का हैं ; मोहब्बत को जिस्मों से क्या जताना ? तुम बस अल्फाजों से ऐतराजें बयां करदो ; हम एहसासो से अंजाम बदल देंगे !! सुप्रभात। #श्रमिकदिवस की हार्दिक बधाई। हम इस संसार को अपने श्रम से वर्तमान रूप देने वाले तमाम श्रमिकों का आभार व्यक्त करते हैं। #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi Collaborating with Sudipta Mazumdar