Nojoto: Largest Storytelling Platform

मैं थार के बबूल सा हो गया हूँ ओस की बूंदों को मैं

मैं थार के बबूल सा हो गया हूँ
ओस की बूंदों को मैं
पत्तो से पी रहा हूँ
ज़िंदा हूँ नही पर जी रहा हूँ
एक अरसे बाद आये
वो बौछारें शायद
की क़यामत से कर रहा हूँ
इंतेज़ार क़यामत का

©Poemaholic #थार #रेगिस्तान #बबूल #ओस #क़यामत
मैं थार के बबूल सा हो गया हूँ
ओस की बूंदों को मैं
पत्तो से पी रहा हूँ
ज़िंदा हूँ नही पर जी रहा हूँ
एक अरसे बाद आये
वो बौछारें शायद
की क़यामत से कर रहा हूँ
इंतेज़ार क़यामत का

©Poemaholic #थार #रेगिस्तान #बबूल #ओस #क़यामत
poemaholic1717

Poemaholic

New Creator