सोचता हूँ एक कीमत बनाऊँ खुद की मैं, टूटती वो एक मुरत बनाऊं खुद की मैं, सूरत तो देखती रही मेरी है दुनिया, बिन सहारे ये सीरत बनाऊँ खुद की मैं, *: ℘ཞıყąŋʂɧų ʂɧąཞɱą :* ©Priyanshu Sharma सोचता हूँ एक कीमत बनाऊँ खुद की मैं, टूटती वो एक मुरत बनाऊं खुद की मैं, सूरत तो देखती रही मेरी है दुनिया, बिन सहारे ये सीरत बनाऊँ खुद की मैं, *: ℘ཞıყąŋʂɧų ʂɧąཞɱą :* #Luminance #december #write #poem#poetry #priyanshu #Nojoto सत्य