राम राज का नाम दिया है, फिर किसने ये पाप किया है, सर छाया में बैठे बैठे, लोगों को अभिशाप दिया है, कहां छुपा बैठा है वो जो, शिक्षक को बदनाम किया है, पैसे की खातिर ये देखो ,कैसा उसने पाप किया है, उनके लाल ठाठ से पढते,और लोग शिक्षा को मरते, करते जानबूझ कर ये वे, और शान से कैसे रहते, कैसा राम राज है ये कि ,सच कहने से लोग हैं डरते????? abhimanyu up sarkar aur bhrastachar