कारीगर हूं साहब। "अल्फजो" को मिट्टी से, "महफिलों" को सजाता हूं ! कुछ को "बेकार" तो कुछ को "कलाकार" नज़र आता हूं!! कवि की कल्पना ✍️ कवि की कल्पना #कलाकार