ठोकर खाया हुआ दिल है साहब,... भीड़ से ज़्यादा तन्हाई अच्छी लगती है !! ठोकर खाया हुआ दिल है साहब,... भीड़ से ज़्यादा तन्हाई अच्छी लगती है !!