करो कुछ यूँ कि हर मुस्किल की आसानी निकल आय। तुम्हारी बा बजाह पैदाइश का मान ही निकल आय। और किसी को भी रूलाने का तारीका मे बताता हू। उसे हसाओ यूँ कि उसकी ऑखो से पानी निकल आय। अनिल रूलाने का तरीका