देश की सीमा पर तैनात, देखो कितनी रंग बिरंगी भारत मां की धोती है, हर दिल के मंदिर में पूजा भारत मां की होती है, जैसे ईंट,पत्थर,लोहा से बनती मजबूत इमारत, सभी धर्मों से मिलकर बनता है मेरा भारत, सागर भी लेटा रहता इसके पांव में। मेरा देश है तिरंगे की छांव में।। हमने बनकर ज्ञान के दीप विश्व को जगाया है, हमने शत्रु को क्या सिकंदर को पीछे भगाया है, हम हर आशा के फूल से फल बनकर उभरे हैं, यहां खेत-खलिहान ही नहीं दिल भी हरे-भरे हैं, भवसागर उतर जाते हैं मां भारती के आंचल के नांव में। मेरा देश है तिरंगे की छांव में।। #kargilvijaydiwas mera Desh hai tiranga ki Chaw Mai a beautiful poem #india#tiranga