सुनों ,क्या हम बस just friend हैं? शायद उससे बातें करना , तब मेरी आदत हो गयी थी, शायद उससे मिलना ,जैसे मेरी चाहत हो गयी थी। फिर क्यों ,वो भी तो जैसे मुझसे बातें करने को बेताब रहती थी, पर बात जब होती इस रिश्ते को नाम देने की , तो बस वो हमारे रिश्ते को just friend कहती थी। मुझें समझ नही आता अगर हम बस अच्छे दोस्त थे तो क्यों वो, जब कोई बात उसको परेशान करती थी, तो मुझसे ही बताती थी, क्यों इस जस्ट फ़्रेंड के रिश्ते पर, वो इतना हक़ जताती थी। क्या सच में यही हमारे रिश्ते का एन्ड हैं? सच कहो न क्या सच मे हम बस जस्ट फ्रेंड हैं? #हिंदी पोएट्री #ravi poetry#