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आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा उसकी यादों मैं

आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा उसकी यादों मैं खुद को जलते देखा,
जिस्म से प्यार करने वाले खुश रहते है,
रूह से प्यार करने वालो को तो बस पल पल मरते देखा। एक अजनबी।
आज फिर नींद को आँखों से बिछड़ते देखा उसकी यादों मैं खुद को जलते देखा,
जिस्म से प्यार करने वाले खुश रहते है,
रूह से प्यार करने वालो को तो बस पल पल मरते देखा। एक अजनबी।
renuraghav2803

Renu Raghav

New Creator