जरूरी नहीं हर कदम पर कोई साथ दे कुछ कदम अकेले भी उठाना पड़ता है । जिंदगी यूंही ताने सुनने में गुजर जाती है लेकिन रिश्ता है साहब निबाना पड़ता है । सोचता हूं छोड़ दूं सारी दुनियादारी, लेकिन कुछ जिम्मेदारियां है जिनका बोझ उठाना पड़ता है । ये जिंदगी अपने कर्मो का हिसाब है साहब इसलिए सब कुछ सहना पड़ता है ©Abhishek Rathor #डियर_जिंदगी #