मन करता है आज उसे कह दू मन करता है जी भर के रो लू मन करता है कुछ पल हँस लु मन करता है फिर दो पल उसे चीड़ा लु क्या पता कल हो ना हो अपने आज में थोड़ा सा जी लु भविष्य में जीने की चिंता में बीगाड रहा हुं अपना आज जीना था जब मुझे दो पल आज मर रहा हु अनगीनत रात क्या कहु इस कायनात का जीना सिखाती है और सीख लेते है तब मौत आ जाती है जानता हू सोच खो बैठा हु मगर मन करता है इसे ही कुचल दुँ #मनकरताहै #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi