नींद तेरी आती ही होगी.... क्यों जगे रहता है देर तक तू नींद ना आने का बहाना देकर हर रात। पता है मुझे, क्या सोचता रहता है शायद किसी से कह नहीं पाए, थी कुछ ऐसी बात। तेरे ना होने से जिनको नहीं पड़ता कोई फर्क, हे नादान, तू फिजूल में कर रहा है ज़िन्दगी से तर्क। बहाने हजार, वायदे झूटे और तेरे खुश रहने की दुवा मिला कुछ, या रह गया ढूंढते अपने अन्दर की कमिया? खुद को आराम दे, आजा लेट, इस लिए तो है रात, ना की उसे सोच, हाथो में सिगरेट लिए खुद से ही करने लगे बात। काले निशान पड़ गए है आंखों में तेरा, बालों के उड़ने लगे है रंग, तू भी क्या बदल लेगा पगले, जों समझ ना पाया अबतक उसका ढंग। जिस चीज़ पे तेरा बस नहीं, इसे सोच क्यों दिल भर लेता है दिन की थकान कम थी,जो रात फिर अपना सर भाड़ी कर लेता है। मूंद ले आंखे, थक गया होगा, अब सारी बाते ख्वाब में होगी, सांस ले गहरी, खो जा खुद में, नींद भी तेरी आती ही होगी।। #नींद_तेरी_आती_ही_होगी.... #sleeplessnights #awaitingsleep #nightpoem #रातकाअफ़साना #रातकिकाविता #हिंदी_कविता #नींद_का_इंतज़ार