उँगलियों से उँगलियों का मिलन, फिर उन नाजुक लम्हों की सिरहन; आसमाँ के "आफताब" का तेज वही, पर धरा के "सूरज" की थी चमक नयी! तुमसे मिलना साँसों से रू-ब-रू होना है, "आफताब" की नींदों का "महताब" की बाँहे बिछौना है! अब मिल लिया राजस्थान 😊😊 #meet #love #lovemeetings #mohabbat #जिन्दगी #yqbaba #yqdidi #surajaaftabi