तन्हा ही सहना था हर दर्द मुझे तो कुछ दर्द मेरे तुमने बाटे ही क्यों थे। आंसू ही देने थे तोहफे में जब तो दो पल, तुम मेरे संग मुस्कुराए ही क्यों थे। सोचा आज पूछ ही लू तुमसे कि आखिर तुम मेरी ज़िन्दगी में आए ही क्यों थे। Dil ki baatein